बर्नार्ड स्टार के आसपास 4 चट्टानी एक्सोप्लैनेट की खोज : पृथ्वी से सिर्फ़ 6 प्रकाश वर्ष दूर

मुख्य निष्कर्ष 

  1. वैज्ञानिकों ने बर्नार्ड स्टार के आसपास 4 चट्टानी एक्सोप्लैनेट की खोज की पुष्टि की है। 
  2. ये ग्रह पृथ्वी से सिर्फ़ 6 प्रकाश वर्ष दूर हैं, लेकिन इतने गर्म हैं कि जीवन संभव नहीं है। 
  3. यह खोज हमारे ब्रह्मांडीय पड़ोसी के बारे में हमारी समझ को बढ़ाती है। 

 बर्नार्ड स्टार: हमारा ब्रह्मांडीय पड़ोसी 

Barnard’s Star पृथ्वी का दूसरा सबसे नजदीकी तारा है और सूर्य के सबसे करीबी पड़ोसियों में से एक है। यह एक लाल बौना तारा (M-बौना) है, जो अपनी तेज़ गति के लिए जाना जाता है। 1960 के दशक से ही इस तारे के आसपास एक्सोप्लैनेट होने के दावे किए जाते रहे हैं। 

हाल ही में, 2024 में, चिली में वेरी लार्ज टेलीस्कोप पर ESPRESSO स्पेक्ट्रोग्राफ का उपयोग करके खगोलविदों ने एक ग्रह की खोज की और तीन अन्य के संकेत पाए। अब, शिकागो विश्वविद्यालय की एक टीम ने इन चारों ग्रहों के अस्तित्व की पुष्टि कर दी है।

चार चट्टानी दुनियाएँ 

ग्रहद्रव्यमान (पृथ्वी के द्रव्यमान का %)परिक्रमा अवधि (दिन)तारे से दूरी (मिलियन मील)तारे से दूरी (मिलियन किलोमीटर)
ग्रह d26%2.341.72.8
ग्रह b30%3.152.133.4
ग्रह c33.5%4.122.554.1
ग्रह e19%6.743.565.7
बर्नार्ड स्टार के आसपास 4 चट्टानी एक्सोप्लैनेट की खोज

खोज की विशेषताएँ 

 1. मैरून-एक्स स्पेक्ट्रोमीटर 

शोधकर्ताओं ने हवाई में जेमिनी नॉर्थ टेलीस्कोप पर मैरून-एक्स स्पेक्ट्रोमीटर का उपयोग किया। यह उपकरण बर्नार्ड स्टार के “रेडियल वेलोसिटी” को मापता है, जो तारे के हिलने-डुलने की गति है। यह हलचल तारे और उसके ग्रहों के बीच गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के कारण होती है। 

 2. डेटा संग्रह 

बर्नार्ड स्टार की निकटता और चमक ने वैज्ञानिकों को खराब मौसम में भी डेटा एकत्र करने में मदद की। इससे उन्हें इन छोटे और कम द्रव्यमान वाले ग्रहों का पता लगाने में सफलता मिली। 

 3. ग्रहों की व्यवस्था 

  • ये चारों ग्रह एक-दूसरे के बेहद करीब हैं: 
  • ग्रह d और b के बीच की दूरी:  372,820 मील (600,000 किलोमीटर) 
  • ग्रह b और c के बीच की दूरी: 434,960 मील (700,000 किलोमीटर) 

तुलना के लिए, पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी सिर्फ़ 238,600 मील (384,000 किलोमीटर) है। यानी, ये ग्रह एक-दूसरे के इतने करीब हैं कि उनके बीच की दूरी हमारे चंद्रमा की दूरी से भी कम है!

 क्यों है यह खोज महत्वपूर्ण? 

शिकागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ता रित्विक बसंत के अनुसार, बर्नार्ड स्टार हमारा ब्रह्मांडीय पड़ोसी है, लेकिन इसके बारे में हमारा ज्ञान सीमित है। यह खोज न केवल हमारे पड़ोसी तारे के बारे में जानकारी बढ़ाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि छोटे और कम द्रव्यमान वाले ग्रह कैसे बनते हैं और उनकी विशेषताएँ क्या होती हैं।

 निष्कर्ष 

बर्नार्ड स्टार के आसपास चार चट्टानी ग्रहों की खोज ने हमारे ब्रह्मांडीय पड़ोस के बारे में हमारी समझ को गहरा कर दिया है। ये ग्रह हालांकि जीवन के लिए अनुकूल नहीं हैं, लेकिन उनकी खोज एक बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि है। यह हमें यह समझने में मदद करती है कि हमारे आसपास के तारों के आसपास किस तरह की दुनियाएँ मौजूद हो सकती हैं। 

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